पटना- आपको चौंका देने वाली एक ऐसी खबर से डिजिटल न्यूज रु-बरु करा रहा है जो प्रकृति के विपरीत होते हुए भी विज्ञान के विकास कि एक अजूबा पहल आपके सामने है. शायद आपको ये खबर किसी उपन्यास की मार्मिक कहानी लग सकती है लेकिन ये सच्ची और जीवंत खबर है जिसे जानने के लिए पूरी खबर पढनी होगी.
ब्रिटेन कि एक महिला “सलवा हुसैन” के शारीर के अन्दर दिल नहीं है फिरभी बिना दिल के होते हुए वह अपना हर दैनिक कार्य मजे से पूरा करती है. एक ब्रिटेनी अखबार डेली मेल के खबर के रिपोर्ट के मुताबिक वह अपने कृत्रिम दिल को बैग में रख कर हर वो काम करती है जो एक स्वस्थ्य, कामकाजी एवं सांसारिक महिला करती है. वह दो बच्चे की मां है जिसकी उम्र 39 साल की है. “सलवा हुसैन” की सबसे बड़ी खासियत ये है कि वह हमेंशा मुस्कुराते ही रहती है. उनके सामने कोई भी परेशानी आ जाए हमेंशा उसे सामान्य तरीके से निपट लेती है.
“सलवा हुसैन” के दिल वाले बैग में कुछ जरुरी डिवाइस के साथ दो बैट्री और पंप लगा है जिसके माध्यम से ‘बैग हार्ट’ और शारीर के अन्य अंग और सिस्टम को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए ब्लड सर्कुलेशन की जरुरत होती है.