पटना- आये दिनों JDU और BJP नेता के बीच तू-तू-मैं-मैं देखने को मिलते रहा है | आज फिर एक नया इश्यू को लेकर कुशवाहा और संजय जायसवाल के बीच वाक युद्ध देखने को मिल रहा है।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने एक बार फिर से बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व से बातचीत के बाद हुई है। गठबंधन के मुद्दे पर बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ही कोई निर्णय लेता है। गठबंधन के मामले में बिहार बीजेपी नेता क्या बोल रहे उससे हमारा कोई मतलब नहीं। हमारे दल के नेता नीतीश कुमार बीजेपी के दिल्ली में बैठे नेतृत्व से बातचीत कर गठबंधन बनाये हैं। इस इश्यू पर बिहार बीजेपी के नेताओं की बात का जेडीयू नोटिस नहीं लेती है।
बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि नालंदा जिले में जहरीली शराब से 11 मौतें हो चुकी हैं। परसों मुझसे जहरीली शराब पर जदयू प्रवक्ता ने प्रश्न पूछा था। आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा. क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां संतवाना देता तो आपके लिए अपराध है। अगर शराबबंदी लागू करना है तो सबसे पहले नालंदा प्रशासन द्वारा गलत बयान देने वाले उस बड़े अफसर की गिरफ्तारी होनी चाहिए . क्योंकि प्रशासन का काम जिला चलाना होता है ना कि जहरीली शराब से मृत व्यक्तियों को अजीबोगरीब बीमारी से मरने का कारण बताना। यह साफ बताता है कि प्रशासन स्वयं शराब माफिया से मिला हुआ है और उनकी करतूतों को छुपाने का काम कर रहा है।
शराबबंदी के मुद्दे पर गठबंधन में बड़े दल यानी भाजपा ने छोटे दल(जेडीयू) व सरकार के मुखिया नीतीश कुमार को पानी-पानी कर दिया है। ऐसा करारा जवाब पिछले पांच सालों में नीतीश कुमार और उनकी पार्टी को बीजेपी की तरफ से नहीं मिली थी। दोनों दल के बीच उत्पन्न विवाद के बाद चर्चा तेज है कि क्या बिहार एनडीए में टूट होगी ? हालांकि जेडीयू ने साफ कहा है कि बिहार बीजेपी नेताओं की बात का कोई वैल्यू नहीं। हमारे नेता नीतीश कुमार सीधे बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से गठबंधन को लेकर बात करते हैं।