पटना- बिहार जलछाजन विकास समिति द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (जलछाजन विकास) डब्लू॰डी॰सी॰-पी॰एम॰के॰एस॰वाई॰ 2.0 के कार्यान्वयन के क्रम में तीन दिवसीय कर्मषाला-सह-क्षमतावर्द्धन कार्यक्रम का शुभारंभ बामेती, पटना में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री अषोक प्रसाद, निदेषक, पी॰पी॰एम॰, कृषि विभाग, बिहार, पटना मौजूद थे। श्री बैंकटेष नारायण सिंह, निदेषक, भूमि संरक्षण-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बी॰डब्लू॰डी॰एस॰ द्वारा इस कार्यक्रम का संचालन किया गया।
डब्लू॰डी॰सी॰-पी॰एम॰के॰एस॰वाई॰ 2.0 योजना राज्य के 18 जिलों (अरवल, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, पटना, बाँका, बेगूसराय, गया, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, नवादा, जमूई, शेखपुरा, भागलपुर) में कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसमें 34 परियोजनाओं का कार्यान्वयन कर 1.66 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को उपचारित किया जायेगा। इस योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु इस प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रषिक्षण कार्यक्रम में प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने के लिए इस कार्यक्रम से जुडे़ कर्मियों को क्षमतावर्द्धन सामग्री उपलब्ध करायी गयी तथा इसे निचले स्तर तक पहुँचाने हेतु रणनीति तय की गयी। इस कार्यक्रम में विभिन्न जिलों के पी॰आई॰ए॰, डब्लू॰सी॰डी॰सी॰ एवं एस॰एल॰एन॰ए॰ स्तर के जलछाजन विकास दल, परियोजना प्रबंधक, सहायक भूमि संरक्षण पदाधिकारी, सहायक निदेषक (षष्य), सहायक निदेषक (कृषि अभियंत्रण) एवं उप निदेषक (कृषि अभियंत्रण) के द्वारा भाग लिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में साधन सेवी देष के विभिन्न प्रषिक्षण संस्थानों यथा- आई॰सी॰ए॰आर॰-आई॰आई॰एस॰डब्लू॰सी॰, देहरादून, आई॰सी॰ए॰आर॰ आई॰आई॰एस॰डब्लू॰आर॰सी॰, चण्डीगढ़, आई॰सी॰ए॰आर॰-आर॰ सी॰ ई॰आर॰, पटना, आई॰सी॰ए॰आर॰-आई॰ए॰आर॰आई॰, झारखण्ड, एस॰जी॰डी॰आई॰टी॰, पटना, बिहार वेटनरी काॅलेज, पटना के वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के पदाधिकारियों हैं।
इस कर्मषाला-सह-क्षमतावर्द्धन कार्यक्रम में विषेषज्ञों द्वारा जलछाजन विकास कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन हेतु विभिन्न स्तरों पर क्षमतावर्द्धन, जागरूकता अभियान, प्रवेष बिन्दु क्रिया-कलाप, ई॰पी॰ए॰, प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन, मिट्टी में आॅर्गेनिक कार्बन को बढाना, भूमिहीनों के लिए जीविकोपार्जन, फसल उत्पादकता में वृद्धि इत्यादि विषयों से संबंधित तकनीकों पर प्रकाष डाला गया। इस कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों का प्रषिक्षण के पूर्व मूल्यांकन किया गया है एवं प्रषिक्षण के समाप्ति के बाद भी किया जायेगा, ताकि उनके इस प्रषिक्षण से हुए क्षमतावर्द्धन का सही आकलन किया जा सके।
इस कार्यक्रम में श्री रवीन्द्र कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक, कृषि अभियंत्रण, भूमि संरक्षण, श्री आलोक कुमार सिंह, उप निदेशक, कृषि अभियंत्रण, श्री संजय कुमार सिंह, उप निदेशक (शष्य), डाॅ॰ चंचला प्रिया एवं श्री नीरज कुमार, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण उपस्थित थे।