प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने PM के सामने रखा अपनी आठ सूत्री मांगें
पटना- प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने केरल राज्य के एर्नाकुलम( कोचिन) शहर में शनिवार 13 फ़रवरी 21 को एर्नाकुलम( कोचीन ) प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीते वर्ष 2020 में विद्यालयों एवं शिक्षकों के साथ हुई क्षति पर रौशनी डाली उन्होंने बताया किस प्रकार लॉकडाउन के दौरान एसोसिएशन ने केंद्र एवं राज्य सरकार के सामने लगातार प्राइवेट स्कूलों से संबंधित हजारों शिक्षकों एवं विद्यालयों से जुड़े कर्मचारियों की पीड़ा से अवगत कराते रहे, बताते चलें जहां माननीय प्रधानमंत्री जी ने 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की परंतु बड़ा ही दुखद रहा कि उसमें कहीं प्राइवेट स्कूलों से संबंधित लोगों के बारे में स्पेशल पैकेज की घोषणा नहीं रही बड़ी सफाई से प्राइवेट स्कूलों को नजरअंदाज किया गया।
एसोसिएशन ने हजारों चिट्ठियों के, प्रेस वार्ता, सोशल मीडिया,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से अपनी मांगे माननीय प्रधानमंत्री जी एवं देशभर के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सामने भी रखी परंतु कोई नतीजा सामने नहीं आया।
इस विकट की घड़ी में भी देश का मालिक अपने ही देश के एक महत्वपूर्ण हिस्से के साथ सौतेला व्यवहार कर बैठा जिसकी अपेक्षा हमें नहीं थी।
सैयद शमायल अहमद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 8 सूत्री मांगों पर माननीय प्रधानमंत्री जी को दो लाख ई-मेल भेजवाया था साथ ही देशभर के विभिन्न राज्यों के माननीय मुख्यमंत्रीयो को भी हजारों पत्र भेजे गए थे उसके बाद बिहार के महामहिम राज्यपाल महोदय से मिलके भी ज्ञापन सौंपा गया था परंतु कहीं भी कोई सकारात्मक निष्कर्ष नहीं निकला| प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के आठ सूत्री मांग निम्नलिखित है : जिन्हें माननीय प्रधानमंत्रीजी को अविलंब पूरा करना चाहिए नहीं तो हजारों प्राइवेट स्कूल बंद हो जाएंगे और देश का एक बड़ा हिस्सा बेरोजगार हो जाएगा।
एसोसिएशन की 8 सूत्री मांगें-
1. केंद्र सरकार के पत्रांक के आलोक में निजी विद्यालयों को संचालित करने का आदेश अविलम्ब पारित किया जाये |
2. राज्य सरकार निजी विद्यालयों का सभी टैक्स की राशि को माफ़ करने हेतु उचित दिशानिर्देश पारित करें। बिजली का बिल , ट्रांसपोर्ट में लगने वाले विभिन्न प्रकार के टैक्स को माफ किया जाए एवं बैंक के ईएमआई पर लगने वाले ब्याज को नहीं लिया जाए।
3. State बोर्ड एवं state सरकार के दिशानिर्देश से निजी विद्यालयों के भवनों में संचालित होने वाली परीक्षाएं में भवनों का इस्तेमाल वर्षो से निःशुल्क किया जा रहा है जो न्यायसंगत नहीं है | यदि बिहार बोर्ड अपना बोर्ड परीक्षा एवं बिहार सरकार विभिन्न परीक्षाएं निजी विद्यालयों में संचालित करना चाहती है तो उन्हें भवन इस्तेमाल करने का शुल्क देना पड़ेगा जो संघठन के द्वारा तय किया जाएगा अन्यथा निजी विद्यालय संचालक अपना भवन परीक्षा सञ्चालन हेतु state बोर्ड एवं state सरकार को नहीं देंगे |
4. जल्द से जल्द शिक्षा के अधिकार की राशि सभी निजी विद्यालयों को निर्गत करने हेतु उचित दिशानिर्देश sabhi state के शिक्षा विभाग को देने की कृपा करें।
5. सभी निजी विद्यालयों के भवनों का किराया माफ़ करने हेतु उचित दिशानिर्देश जारी करने की कृपा करे।
6. निजी विद्यालयों को पुनर्स्थापना हेतु उचित पैकेज की घोषणा की जाये ताकि लाखों शिक्षक , शिक्षिकाओं एवं कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में जाने से बच सके साथ ही विद्यार्थियों को भी शिक्षा का लाभ निरंतर मिल सके।
7. सरकार के शिक्षा विभाग ने वर्ष 2011 में आदेश जारी किया था कि 30 नवंबर तक हर हाल में स्कूलों को मान्यता की फाइल संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में जमा कर देनी है। साफ आदेश था कि ऐसा नहीं करने वाले विद्यालय नहीं चलेंगे, लेकिन आज भी प्रदेश में हजारों की संख्या में ऐसे ही चल रहे हैं। 2011 में आवेदन करने वाले विद्यालयों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और ना ही भौतिक सत्यापन किया गया।
8. सरकारी स्कूलों में प्रति बच्चा प्रतिमाह खर्च के आधार पर प्रत्येक प्राइवेट स्कूलों को उसके बच्चों की संख्या अनुसार विद्यालय अकाउंट में एक वर्ष का विशेष आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराने का प्रावधान बनाकर अतिशीघ्र सहायता राशि सभी निजी विद्यालयों को उपलब्ध कराने का कष्ट करें |
इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद के साथ केरल अध्यक्ष श्रीमती अनु चाको, चेयरमैन रामाचंद्रन नायर, स्टेट जनरल सेक्रेट्री अब्दुल नजर,सेक्रेटरी जे मोसेस, नेशनल टीचर्स अवॉर्डी डॉक्टर दीपा चंद्रन ज्वाइंट सेक्रेट्री एम जौहर डॉक्टर दीपक चंद्रन, जिला अध्यक्ष डॉ। थौमस पौलोस नेचुपडम, Ed Globe के को फाउंडर एवं डायरेक्टर जयाकुमार, श्रीकुमार फाउंडर एवं डायरेक्टर, रंजीत एम आर फाउंडर एवं डायरेक्टर, मनोज सीबस्टैंड फाउंडर एवं डायरेक्टर भी शामिल थे।