पटना : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अघ्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आम बजट को किसान, युवा व जन विरोधी बताया है. उन्होंने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोरोना के बाद बदहाल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की गंभीर कोशिश बजट में दिखाई नहीं देती है. आम बजट में बिहार का जिक्र नहीं होने से बिहार के लोग बेतरह मायूस हैं. बजट में कृषि किसानी पर जितना फोकस होना चाहिए था नहीं है और न ही युवाओं के हिस्से कुछ आया है. बजट में बेरोजगारी दूर करने पर कोई बात नहीं की गई है. कुशवाहा ने बजट में बिहार को तवज्जो नहीं दिये जाने पर बेतरह मायूसी जताई है और कहा है कि कोरोना के बाद बिहार की बदहाली को दूर करने के लिए आम बजट में जिक्र होना चाहिए था लेकिन नहीं हुआ. न तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर बात हुई और न ही विशेष पैकेज का कोई जिक्र, इससे बिहार के लोगों को मायूसी हुई है. बिहार जैसे अर्थिक रूप से पिछड़े राज्य के लिए बजट में कुछ नहीं है. बजट में क्षेत्रीय असंतुलन दूर करने का प्रावधान भी होना चाहिए था. नौकरीपेशा लोगों के लिए भी बजट मायूस करने वाला है क्योंकि आयकर में छूट की उम्मीद थी, लेकिन निराशा हाथ लगी है. कुशवाहा ने बजट को दिशाहीन और असंतुलित बताया और कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया है.
धीरज सिंह कुशवाहा प्रवक्ता रालोसपा
