पटना : जदयू का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज संपन्न हुआ। तीसरे दिन मुख्य जिला प्रवक्ताओं का विशेष प्रशिक्षण था, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप एवं प्रदेश प्रवक्ता श्री राजीव रंजन प्रसाद, डॉ. अजय आलोक, डॉ. सुहेली मेहता, श्री प्रगति मेहता, श्री निखिल मंडल, श्रीमती अंजुम आरा, श्री अरविन्द निषाद तथा दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्सेंट प्रोफेसर डॉ. रिंकु कुमारी का विशेष सत्र था। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने की, जबकि संचालन प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुनील कुमार ने किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नेता श्री मंगनीलाल मंडल, पूर्व विधानपार्षद प्रो. रामवचन राय, श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, श्री ललन सर्राफ, राष्ट्रीय सचिव श्री रवीन्द्र सिंह, प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, श्री चंदन कुमार सिंह, श्री परमहंस कुमार, डॉ. विपिन यादव, श्री कामाख्या नारायण सिंह, श्री अरुण कुशवाहा, श्री अशोक कुमार बादल, श्री आसिफ कमाल, डॉ. रामगुलाम राम एवं श्री मृत्युंजय कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू मीडिया के सभी माध्यमों पर नंबर एक होगा। प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर मुख्य जिला प्रवक्ताओं को अपनी पार्टी की विचारधारा और अपने नेता के काम को पूरी मजबूती से और धारदार तरीके से रखना है। प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, सभी प्रदेश प्रवक्ता तथा मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप की अगुआई में पार्टी का मीडिया सेल इस कार्य में उनका मार्गदर्शन एवं सहयोग करेंगे।
श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू के हर कार्यकर्ता श्री नीतीश कुमार के संस्कार से लैस हैं। उनकी भाषा कभी भी गाली की नहीं होगी। लेकिन गाली देने वालों को आईना जरूर दिखा दें। एक संस्कारी व्यक्ति अपने हित में, अपने समाज के हित में और पूरे बिहार के हित में जैसा जवाब दे सकता है, वैसा जवाब दें। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित छात्र एवं युवा जदयू के नेताओं से उन्होंने कहा कि समय-समय पर विभिन्न विश्वविद्यालयों में सेमिनार का आयोजन कर विकास कार्यों का प्रचार करें। युवाओं को बताएं कि उनके रोजगार एवं स्वरोजगार के लिए कितने काम हो रहे हैं। प्रशिक्षण में उपस्थित नेत्रियों को उन्होंने जिम्मेदारी दी कि महिलाओं के बीच जाकर उनके उत्थान के लिए शुरू की गई योजनाओं