पटना- 72वें गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने सुबह झंडा फहराया और बिहारवासियों को अपना हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दिया |
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि आज ही के दिन 1950 में हमारा देश एक गौरवशाली संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ और संसदीय व्यवस्था पर आधारित शासन की नींव रखी गई। संविधान के माध्यम से राष्ट्र के सभी नागरिकों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय तथा विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता सुनिश्चित हुई है। संविधान के द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठा और अवसर की समानता तथा लोगों को गरिमापूर्ण जीवन उपलब्ध कराने के सिद्धान्त हमारे पथप्रदर्शक हैं। इन्हीं के सहारे सर्वांगीण विकास की परिकल्पनायें पूरी हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरा हुआ साल-2020 वैश्विक महामारी कोविड-19 से आक्रांत रहा और इसका प्रकोप अभी भी जारी है। पूरा देश और बिहार भी इससे काफी प्रभावित हुआ है। राज्य सरकार इस बीमारी की रोकथाम के लिए शुरू से सचेत रही हैै और लगातार इस पर काम कर रही है। राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार द्वारा जारी लाॅकडाउन के दिशानिर्देशों को पूरी तरह लागू किया है। इस महामारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा लोगों को राहत पहुँचाने के लिए सभी प्रकार के कदम उठाए गए हं तथा इसके लिये 10 हजार करोड़ रूपये से अधिक की राषि व्यय की जा चुकी है। केन्द्र सरकार से भी इसके लिए जरूरी मदद मिली है।
राज्यपाल ने कहा कि इस बीमारी का सामना करते हुए सबको स्वस्थ रखने के लिए राज्य सरकार ने अथक प्रयास किया है। राज्य सरकार द्वारा इस बीमारी की रोकथाम के लिए जाँच की सुविधा एवं इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। अभी बिहार राज्य में प्रतिदिन लगभग 1 लाख जाँच की जा रही है। दिनांक 21.01.2021 तक के आँकड़ों के आधार पर प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 1 लाख 58 हजार 478 लोगों की जांच की गयी है जो राष्ट्रीय औसत से 20 हजार से भी अधिक है। बिहार में कोरोना से रिकवरी रेट 98.32 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। कोविड-19 से मृत्यु का प्रतिशत जहाँ पूरे देश में 1.44 प्रतिशत है वहीं बिहार राज्य में यह 0.57 प्रतिशत है।
राज्य सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि बिहार में कोरोना का संक्रमण कुछ हद तक नियंत्रित है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 2 हजार 900 रह गई है। राज्य में केन्द्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रथम चरण के टीकाकरण का काम चल रहा है। राज्य सरकार का संकल्प है कि कोरोना से बचाव के लिए पूरे राज्य में इसका निःशुल्क टीकाकरण कराया जायेगा। टीकाकरण आरंभ होने का यह मतलब कदापि नहीं है कि लोग सावधानी बरतना छोड़ दें। सभी लोगों को अभी भी पूरी तरह से सजग और सचेत रहना होगा और पूरे तौर पर सावधानी बरतनी होगी।