पटना- बामेती परिसर, पटना में आत्मा योजना अंतर्गत जिलों में कार्यरत प्रखंड/सहायक तकनीकी प्रबंधकों के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के सभी 38 जिलों से कुल 60 प्रशिक्षणार्थी भाग लियें। कार्यक्रम का उद्घाटन बामेती, पटना के निदेशक, डॉ0 जितेन्द्र प्रसाद द्वारा किया गया। निदेशक बामेती द्वारा प्रशिक्षण का लक्ष्य, उद्देश्य एवं कृषि क्षेत्र में इसकी उपयोगिता के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सौर उर्जा का उपयोग करते हुए किसान कम लागत पर फसलों के उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी इसका उपयोग कर सकते है। इससे प्रदुषण रहित वातावरण में फसल उत्पादन करके किसानों द्वारा अपनी आमदनी को बढ़ाया जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को सौर उर्जा का महत्व, कृषि क्षेत्र में इसकी उपयोगिता, इसकी मदद से संचालित होने वाले विभिन्न प्रकार के यंत्रों यथा सोलर पम्प, सोलर ड्रायर, धुआ रहित विभिन्न प्रकार के चुल्हे, सोलर वार्टर पम्प, बायोगैस पीट आदि की स्थापना, इन सभी यंत्रों उपयोग, परिचालन विधि, रख-रखाव एवं आवश्यक मरम्मती आदि विषय पर विशेष रूप से प्रशिक्षणार्थियों को तकनीकी जानकारी के साथ-साथ सरकार द्वारा सौर-उर्जा से संबंधित विभिन्न यंत्रों पर दी जा रही अनुदान, इसके लिए पात्रता आदि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
आत्मा योजना के प्रसार कर्मी उक्त विषय पर प्रशिक्षण प्राप्त कर ग्रामीण किसानों के बीच सौर उर्जा के महत्व तथा कृषि क्षेत्र में इसका उपयोग करने हेतु कृषि विभाग/आत्मा योजना के कार्यक्रमों में एवं किसानों के साथ बैठक आयोजित कर उन्हें प्रेरित करेंगे ताकि किसान सौर उर्जा का उपयोग अपने कृषि कार्य में कर सके।इस अवसर पर श्रीमति रेशम, संकाय, मास कम्यूनिकेशन, पटना, श्री जे0पी0 नारायण, संयुक्त निदेशक, (कृ0अभि0), बिहार, पटना, ई0 रविरंजन कुमार, के0वी0के0, औरंगाबाद, ई0 मनीष कुमार, उद्यान महाविद्यालय, नूरसराय, नालंदा, ई0 मृणाल वर्मा, के0वी0के0 बाढ़, पटना एवं बामेती के उप निदेशक (पौधा संरक्षण)-सह-प्रशिक्षण प्रभारी, श्री नीरज कुमार उपस्थित थे।